पहाड़ से लेकर मैदान तक भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। असम में बाढ़ के हालात गंभीर हो रहे तो हिमाचल में दर्जनों मार्ग अवरुध हो गए है। उत्तर रेलवे को 17 ट्रेनें रद्द करनी पड़ी हैं और 12 का मार्ग बदलना पड़ा है। हिमाचल के कांगड़ा, भुंतर और शिमला के जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट पर हवाई और हेलिटैक्सी की एक भी उड़ान नहीं हो पाई। वहीं, हिमाचल परिवहन निगम के प्रदेश में 800 बस रूट ठप रहे। हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने लोगों से सतर्क रहने और नदियों और नालों के आसपास न जाने की अपील की है। उन्होंने प्रदेशवासियों से जिला प्रशासन का सहयोग करने और प्रशासन के जारी दिशा-निर्देशों की अनुपालना करने का भी आग्रह किया है।
हिमाचल प्रदेश में सोमवार के लिए भी भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। 15 जुलाई तक मौसम खराब रहने के आसार हैं। मौसम विभाग ने पंजाब, हरियाणा, यूपी और पूर्वी राजस्थान के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, दिल्ली में अगले 24 घंटों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
असम में बाढ़ से स्थिति गंभीर 18 हजार से अधिक प्रभावित
ब्रह्मपुत्र सहित कई नदियों का जल स्तर बढ़ने से धेमाजी जिले में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। जिले में 18,000 से अधिक लोग प्रभावित हैं। करीब 48 गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। लगभग 530.07 हेक्टेयर फसल बाढ़ की चपेट में आ गई है। इसके अलावा छह अन्य जिलों में भी बाढ़ का प्रकोप बना हुआ है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, राज्य के छह जिलों के लगभग 30,000 लोग बाढ़ से प्रभावित है।
श्रद्धालुओं का वाहन फिसलकर गंगा नदी में गिरा
वहीं, केदारनाथ धाम से दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालुओं का वाहन फिसलकर गंगा नदी में गिर गया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और तीन लापता हो गए, जबकि पांच को बचा लिया गया है। उत्तराखंड पुलिस के अनुसार, शनिवार रात सोनप्रयाग से 10 श्रद्धालुओं का दल ऋषिकेश के लिए निकला। देर रात करीब तीन बजे बदरीनाथ नेशनल हाईवे पर मालाकुंठी के पास वाहन अनियंत्रित होकर गंगा में समा गया। पांच लोग तो किसी तरह बाहर निकल आए, लेकिन छह लोग गंगा में डूब गए। इनमें से आंध्र प्रदेश निवासी रवि, बिहार निवासी सौरभ और दिल्ली के शाहदरा निवासी अभिजीत की मौत हो गई है। रुद्रप्रयाग के ऊखीमठ निवासी वाहन चालक अंकित सिंह राणा, बिहार के शिवपुरा के अतुल और अक्षय लापता हैं। खराब मौसम को देखते हुए रुद्रप्रयाग प्रशासन ने रात आठ से सुबह पांच बजे तक चारधाम यात्रा रोक दी है।
चारधाम यात्रा रात में रोकी
खराब मौसम के चलते रुद्रप्रयाग प्रशासन ने रात आठ से सुबह पांच बजे तक चारधाम यात्रा रोक दी है। इसके तहत ऋषिकेश-बदरीनाथ, रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड, कुंड-ऊखीमठ-चोपता-मंडल-गोपेश्वर हाईवे और गंगोत्री-यमुनोत्री हाईवे पर आवाजाही रात में नहीं होगी। आपातकालीन और सैन्य वाहनों की आवाजाही हो सकेगी। वहीं, उत्तरकाशी प्रशासन ने गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे सहित मुख्य मोटर मार्गों पर रात आठ से सुबह पांच बजे तक किसी भी प्रकार के वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। मात्र आपातकालीन और सैन्य वाहनों की आवाजाही सुचारू रहेगी।
पंजाब, राजस्थान के लिए ऑरेंज अलर्ट
हिमाचल प्रदेश में सोमवार के लिए भी भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। 15 जुलाई तक मौसम खराब रहने के आसार हैं। मौसम विभाग ने पंजाब, हरियाणा, यूपी और पूर्वी राजस्थान के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, दिल्ली में अगले 24 घंटों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने उत्तराखंड के आठ जिलों चमोली, पौड़ी पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा, चंपावत, नैनीताल और उधम सिंह नगर में 11 और 12 जुलाई को भारी बारिश से लेकर अत्यंत भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, असम के धेमाजी जिले में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। जिले में लगभग 18,000 लोग अभी भी बाढ़ से प्रभावित हैं।
शाह ने मुख्यमंत्रियों से जाने हालात, हरसंभव मदद का दिया भरोसा
भारी बारिश के चलते दिल्ली समेत पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में पैदा हुए हालात का केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जायजा लिया। शाह ने रविवार को पंजाब और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्रियों और दिल्ली व जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपालों से बात की और उन्हें हालात से निपटने में केंद्र की तरफ से हर संभव मदद का भरोसा दिया। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से बातचीत में केंद्रीय गृह मंत्री ने श्रीअमरनाथ यात्रा के बारे में भी जानकारी ली, जिसे दो दिन के बाद रविवार को दोबारा शुरू किया गया है। शाह ने अमरनाथ गुफा जाने वाले श्रद्धालुओं की मदद करने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की सराहना भी की।
लाहौल-किन्नौर की चोटियों पर बर्फबारी…
इस बीच लाहौल और किन्नौर की चोटियों पर बर्फबारी हुई है। बारालाचा में कुंजम दर्रा, जिंगजिंगबार, शिंकुला दर्रा में 10 से 20 सेंमी बर्फबारी हुई है। स्पीति घाटी बर्फ की चादर से सफेद हो गई है तो लोसर इलाके में मटर की फसल बर्फ के नीचे दब गई है।